अजमेर । जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त प्रकरणों को प्राथमिकता से निपटाएं।
जिला कलेक्टर सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान सम्पर्क पोर्टल सहित सीएमओ से प्राप्त पत्रों की सीएमओ स्तर पर मोनिटरिंग की जा रही है। ऎसे में अधिकारी गंभीरता के साथ ऎसे प्रकरणों को प्राथमिकता के साथा निपटायं। उन्होंने कहा कि राज सम्पर्क पर प्रकरण अधिक होने से जिले की स्थिति अच्छी नहीं आती जो उचित नहीं है। सभी अधिकारी अपने -अपने प्रकरणों का तत्काल निस्तारित करें। राज सम्पर्क पर दर्ज प्रकरणों का समय पर निस्तारण नहीं होने से आमजन की समस्या का समाधान नहीं हो पाता, इसके लिए पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का तत्काल निस्तारण करें।
उन्होंने कहा कि जनसुनवाई का अधिकार के तहत भी सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने कार्यालय में प्रतिदिन एक घण्टा लोगों की जनसुनवाई करें। जनसुनवाई के दौरान प्राप्त पत्रों को पंजीकृत कर उनका तत्काल निस्तारण की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि अधिकारी अपने अधीनस्थ कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण करें साथ ही फील्ड में लोगों से संवेदनशील होकर व्यवहार करें। उन्होंने पब्लिक सर्विस डिलीवरी सिस्टम का भी समय समय पर औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिये। बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत भी निर्धारित लक्ष्यों का समयबद्धता के साथ पूर्ण करने का प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि विभागों को भू आवंटन के संबंध में बकाया चल रहे प्रकरणों में संबंधित उपखण्ड अधिकारी से सम्पर्क कर प्रस्ताव एक सप्ताह में भिजवायें उन्होंने पैंशन प्रकरणों के संबंध में भी सत्यापन कार्य एक सप्ताह में पूर्ण करने के लिए कहा। बैठक में जिला कलक्टर ने बजट में हुई घोषणाओं की तत्काल क्रियान्वित सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि की जा रही क्रियान्विति का अपडेट पोर्टल पर भी अपलोड किया जाए। उन्होंने जन घोषणा पत्र को भी अपने अपने कार्यालयों में रखने के निर्देश दिए।
इस मौके पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाश चन्द्र शर्मा, मुरारी लाल वर्मा, अजमेर विकास प्राधिकरण के सचिव किशोर कुमार, उप निदेशक स्वायत शासन अनुपमा टेलर, जिला कोषाधिकारी नेहा शर्मा सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।