अजमेर, 4 अप्रैल। अजमेर जिले में मुर्गीदाना, पशुआहार , फसल और चारे के परिवहन पर किसी तरह की रोक नहीं है। जिले में इनसे जुड़े वाहनों को कहीं पर भी रोका नहीं जा रहा है और ना ही इन्हें किसी तरह के पास की आवश्यकता है। इसके साथ ही मीट, चिकन और अंड़े की दुकानें खोलने पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गयी है।
जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि अजमेर जिले में लॉकडाउन की शुरुआत से ही जिला प्रशासन पशुपालकों, मुर्गी पालको, किसानों और मजदूरों के प्रति संवेदनशील होकर काम कर रहा है। जिला प्रशासन और जिला पुलिस अधीक्षक श्री कुंवर राष्ट्रदीप लगातार पूरे जिले में जरूरी वस्तुओं की सहज आर्पूति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। पहले दिन से ही पुलिस र्कामिकों को यह संदेश दिया गया है कि जरूरी वस्तुओं के परिवहन पर किसी तरह की रोक नहीं है।
उन्होंने बताया कि जिले में मुर्गी दाना, पशु आहार, चारा और फसल का परविहन करने वाले वाहनों को कहीं नहीं रोका जाएगा। इस सबंधं में पोल्ट्री फार्म एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ राजकुमार जयपाल से भी चर्चा कर उन्हे आश्वस्त किया गया है कि परिवहन में किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
इसी तरह पूरे जिले में सभी जगह मीट, चिकन और अंडे की दुकानों को खोलने पर भी किसी तरह की रोक नही है। दुकानदार नियमानुसार अपनी दुकान खोलकर मीट, चिकन और अंडा बेच सकते
अजमेर, 4 अप्रैल। पशुपालन विभाग ने जिले के पोल्ट्रीफार्म संचालकों और कुक्कुट पालकों से आग्रह किया है कि वे मुर्गी पालन में वैज्ञानिक रूप से फार्म प्रबन्धन को अपनाएं। जिले के पोल्ट्रीफार्मो में किसी तरह की कोई बीमारी नही है। कुक्कुट आहार की आपूर्ति भी सामान्य है।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अजय अरोड़ा ने बताया कि वर्तमान में जिले में पोल्ट्रीफार्मो में कोई महामारी या बीमारी नही है। पिछले दिनों लॉकडाउन के चलते कुक्कुट आहार की समस्या आयी थी लेकिन अब यह समस्या नही है। वर्तमान में बाजार में अंडे की बिक्री व राज्य के बाहर अंडा नही जाने के कारण मुर्गीपालकों के उत्पादों के मूल्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
उन्होंने बताया कि पोल्ट्रीफार्म संचालक फोर्स मोल्टिंग प्रक्रिया को अपना रहे है। इससे वे मांग बढ़ने के साथ ही अनुकूल उत्पादन व आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे। अंडों को कोल्ड स्ट्रोरेज में भी संधारित किया जा रहा है। मुर्गीपालकों को वैज्ञानिक रूप से फार्म प्रबन्धन के लिए पे्ररित किया जा रहा है।