" alt="" aria-hidden="true" />
बिजयनगर( खारीतट सन्देश) बिजयनगर में कोरोना वारियर्स ने कोरोना की हर चाल को शिकस्त दी है। पुलिस व प्रशासन की मुस्तैदी, चिकित्सकों की तत्परता और आम लोगों की जागरूकता ने कोरोना को बिजयनगर शहर की सीमा में फटकने तक नहीं दिया। सतर्कता से ही बिजयनगर रहेगा सुरक्षित...।
सजगता व जागरूकता से जीना होगा
भीलवाड़ा में अचानक से अत्यधिक संख्या में पॉजिटिव केस आने के बाद कलक्टर सा. के निर्देश पर हमने तुरन्त प्रभाव से भीलवाड़ा के चिकित्सालय के सम्पर्क में आने वाले सभी लोगों को चिन्हित करने का कार्य शुरू कर दिया। चिन्हित लोगों को होम क्वारेंटाईन किया गया। इसके पश्चात भीलवाड़ा जिले से लगती सीमा को सील किया गया। तहसील कार्यालय में कंट्रोल रूप स्थापित कर लॉकडाउन के दौरान कोई भी प्रभावित व्यक्ति अपनी सूचना देकर सहायता प्राप्त कर सकें ऐसी व्यवस्था की गई।
लॉकडाउन के दौरान यहां के भामाशाह, एनजीओ सदस्य, पुलिसकर्मी, पालिकाकर्मी, तहसीलकर्मी, शिक्षक पूर्ण रूप से आमजन की सेवा में तत्पर रहे। यहां के भामाशाहों ने दिल खोलकर जरूरतमंदों की सहायता के लिए खाद्य सामग्री प्रदान की। लॉकडाउन के दौरान आमजन का अधिकारी, कार्मिकों के प्रति सहयोग की पूरी भावना रही। मैं बिजयनगर वासियों को धन्यवाद दूंगी कि उनकी जागरूकता और सजगता के चलते आज तक यहां से संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया। मैं सभी से अपील करती हूं कि अब आप लोगों को पूर्ण जागरूकता और सजगता के साथ जीना होगा और आगे भी बढऩा होगा।
ऐसे में अब प्रशासन, पुलिस विभाग और चिकित्सा विभाग आमजन के साथ वैसे नहीं रह पाएगा जैसे लॉकडाउन की अवधि में रहा, क्योंकि विभागों में रोजमर्रा के कार्य शुरू हो चुके है। अस्पतालों में ओपीडी सामान्य रूप से शुरू हो चुकी है, ऐसे में पूर्व की भांति तैनात रह पाना संभव नहीं हो पाएगा। यदि किसी में संक्रमण के लक्षण दिखाई दे तो प्रशासन को तुरंत सूचित करें ताकि प्रभावित की मदद की जा सके। आप सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं रखें। घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाकर ही निकलें। साथ ही सरकार की ओर से जारी निर्देशों की पालना करें।" alt="" aria-hidden="true" />
" alt="" aria-hidden="true" />
डॉ. स्वाति झा, तहसीलदार बिजयनगर
आमजनों की जागरूकता से मिली सफलता
कोरोना संक्रमण से शहरवासियों को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों पर हमने एक ऐसी टीम बनाई जो कि अपने लक्ष्य के लिए पूर्ण रूप से समर्पित हो। ऐसे में हम जितने चिकित्साकर्मी टीम में शामिल हुए सभी ने अपने परिवार से लॉकडाउन तक दूरी बनाते हुए अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए जुट गए। इस दौरान न तो किसी ने छुट्टी ली और न ही कभी काम करने का समय देखा।
भीलवाड़ा में एक साथ कई लोगों के संक्रमित होने की सूचना मिली तो तुरंत स्थानीय प्रशासन की मदद से भीलवाड़ा के हॉस्पीटल के सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों की सूचना टटोली। ऐसे में सम्पर्क में आए लोगों को 14 दिनों के लिए होम क्वारेंटाईन किया गया। साथ ही एसडीएम सर से बात करके हॉस्पीटल में अलग-अलग पारियों में चिकित्साकर्मियों की ड्यूटी लगाने और 27 मिल चौराहे व रेलवे स्टेशन पर चैक पोस्ट पर मेडिकल स्टॉफ को स्क्रीनिंग के लिए तैनात करवाया।
होम क्वारेंटाईन लोगों में जिनकी जरूरत महसूस हुई उनको जांच के लिए अजमेर भेजा गया जहां उनकी रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई। चूंकि कोरोना संक्रमण का अभी तक कोई इलाज नहीं है, सिर्फ होम आईसोलेशन से ही उपचार संभव है। हमने इसे प्रमुखता से रखते हुए सख्ती के साथ सभी प्रवासियों को होम क्वारेंटाईन किया। बिजयनगर वासी बेहद जागरूक है, इसी का नतीजा है कि अब तक यहां एक भी संक्रमण का मामला नहीं आया है। आमजन इतना जागरूक हो गया कि जैसे ही बाहर से कोई यहां आता है तुरंत हमारे या प्रशासन के पास सूचना पहुंच जाती है, ताकि उसे क्वारेंटाईन किया जा सके। अब तक 686 लोगों को क्वारेंटाईन किया जा चुका है साथ ही 22 जनों को जांच के लिए अजमेर व नसीराबाद भेजा जा चुका है, जहां उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।" alt="" aria-hidden="true" />
" alt="" aria-hidden="true" />
डॉ. अरविन्द उदय, चिकित्सक,राजकीय चिकित्सालय, बिजयनगर
लोग जागरूक हुए
सरकार के निर्देशानुसार शहर में लॉकडाउन की पूर्ण पालना कराई गई। इस दौरान आमजन को जागरूक भी किया गया। वहीं जहां जरूरत पड़ी वहां थोड़ी-बहुत सख्ती भी करनी पड़ी। चेक पोस्ट पर सभी आने-जाने वाले की जांच पड़ताल के साथ ही स्क्रीनिंग करवाने की व्यवस्था की गई। कस्बे के विभिन्न मुख्य स्थानों पर पुलिस जाप्ते की तैनाती की गई। बाहर से आने वाले लोगों को कोरंटाइन कराया गया। यहां के लोग बहुत सजग और जागरूक है लॉकडाउन के दौरान जैसे ही भीलवाड़ा में लोगों के संक्रमित होने की जानकारी आई तब सभी ने पूर्ण सजगता और धैर्य के साथ अपने समझदार होने का परिचय दिया। इसी का नतीजा है कि अब तक बिजयनगर कोरोना संक्रमण से अछूता है।" alt="" aria-hidden="true" />
" alt="" aria-hidden="true" />
विजयसिंह रावत, थाना अधिकारी, बिजयनगर
सजग रहें, सतर्क रहें
कोरोना संक्रमण से बिजयनगर शहर को बचाने के लिए हमने लॉकडाउन लगने के पहले दिन से ही बैठक लेकर सभी प्रशासनिक अधिकारी, कार्मिक, एनजीओ सहित शहर के गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में निर्णय करते हुए शहरवासियों को संक्रमण से बचाने के लिए जितने भी प्रयास किए वो सभी आमजन के सामने है। साथ ही सरकार की ओर से जब-जब दिशा-निर्देश प्राप्त हुए उनकी पालना करवाई गई। अब तक शहर से एक भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति नहीं मिला है इसके पीछे तहसील, पुलिस, पालिका प्रशासन, एनजीओ, भामाशाह और आमजन का संयुक्त प्रयास रहा है। मेरा सभी से निवेदन है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण खयाल रखें। सजग रहें सतर्क रहें।" alt="" aria-hidden="true" />
" alt="" aria-hidden="true" />
सचिन सांखला, पालिकाध्यक्ष, नगरपालिका बिजयनगर
आमजनों ने दिखाई जागरूकता
प्रवासी लोगों को होम क्वारेंटाईन करने का कार्य सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जा रहा है। बाहर से आने वाले व्यक्ति की सूचना चेकपोस्ट के माध्यम से मिल जाती है। कभी कभार बिना चेकपोस्ट के गुजरे कोई व्यक्ति सीधा घर पहुंच जाता है तो पड़ोसी या फिर जागरूक व्यक्ति के माध्यम से प्रशासन तक सूचना पहुंच जाती है फिर हमारी टीम उसे घर पहुंचकर क्वारेंटाईन करने का कार्य करती है। शहर में तकरीबन 170 लोगों को होम क्वारेंटाईन किया जा चुका है।
यदि किसी व्यक्ति में शुरुआती लक्षण दिखाई देने का संदेह होता है तो उसे जांच के लिए भीलवाड़ा भेजा जाता है। क्वारेंटाईन करते समय यह जरूर सुनिश्चित किया जाता है कि वह व्यक्ति एक कमरे में 14 दिन तक अकेला रह सके। यदि ऐसा संभव नहीं होता है तो उसे प्रशासन द्वारा अधिग्रहित क्वारेंटाईन सेंटर में शिफ्ट किया जाता है। आमजन में संक्रमण को लेकर जागरूकता भी दिखाई दे रही है।" alt="" aria-hidden="true" />
" alt="" aria-hidden="true" />
दीनदयाल गुप्ता, चिकित्सक, राजकीय चिकित्सालय, गुलाबपुरा
टीमवर्क की तरह कार्य किया
कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए सरकार की ओर से जैसे ही निर्देश प्राप्त हुए हमने शहर को सेनेट्राईज करवाना शुरू कर दिया। साथ ही विभिन्न माध्यमों से आमजन को जागरूक करने का प्रयास किया। इस दौरान सभी वार्डों में सेनेट्राईज, मास्क बंटवाए। दिन में दोनों समय पूरे शहर की फोगिंग करवाई गई।
वहीं लॉकडाउन के चलते जरूरतमंदों तक सभी जरूरत की चीजें जैसे खाद्य सामग्री, साबुन, दवाईयां, खाने के पैकेट्स आदि वितरित करवाए। इन सभी कार्यों में हमने एक टीमवर्क की तरह कार्य किया। इससे आमजन संतुष्ट है। सम्पूर्ण लॉकडाउन अवधि में उपखंड, तहसील, पुलिस और नगर पालिका प्रशासन ने संयुक्त रूप से कार्य करते हुए आमजन की सेवा में तत्पर रहे। कहीं पर किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी। मैं कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दूंगा जिन्होंने दिन-रात पूरी मेहनत के साथ आमजन की सेवा की है।" alt="" aria-hidden="true" />
" alt="" aria-hidden="true" />
धनराज गुर्जर, पालिका अध्यक्ष, गुलाबपुरा
आमजन कर रहे पुलिस का सहयोग
सरकार के निर्देशानुसार लाकडाउन का मुस्तैदी से पालन कराया गया। जब यहां जयपुर से आए एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई इस पर प्रभावित इलाके में कफ्र्यू लगाते हुए पूरे शहर के ट्रैफिक को बंद कर दिया गया। इसके बाद दो युवक इसी परिवार से और पॉजीटिव आने पर पूरे क्षेत्र के सील कर दिया गया। शहर के चारों तरफ के आवागमन के रास्तों को सील कर दिया गया। मुख्य मार्गों पर चेकपोस्ट लगाकर पूरी जांच पड़ताल और स्क्रीनिंग का कार्य शुरू कर दिया गया। हालांकि शुरू में आमजन का खास सपोर्ट नहीं मिला, पुलिस को देखते ही लोग घरों में चले जाते थे। प्रशासन ने जागरूकता का अभियान भी चलाया, लेकिन जैसे ही पहला संक्रमित व्यक्ति की सूचना फैली लोगों में जागरूकता बढ़ी, पुलिस के साथ सहयोग का माहौल पैदा हुआ। अब सम्पूर्ण शहरवासी पूर्ण रूप से जागरूक हैं और पुलिस को भरपूर सहयोग कर रहे हैं।" alt="" aria-hidden="true" />
" alt="" aria-hidden="true" />
दलपतसिंह, सीआई, पुलिस थाना, गुलाबपुरा